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Gulara Ke Baba (Hindi) Hardbound

Gulara Ke Baba (Hindi) Hardbound

Markande
264 300 (12% off)
ISBN 13
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9789352211234
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2016
गुलरा के बाबा? संग्रह की कहानियों का समय आजादी के ठीक बाद का है ! सामाजिक संदर्भो का वास्तविक चित्रण कहानियों का प्रमुख तत्त्व है ! निवां का सुख-दुख ही कहानियों का विषय है ! भारत के नये निर्माताओं के सामने देश की वास्तविक तस्वीर कहानियों में प्रस्तुत की गयी है ! कहानियों में कोमल संवेदनाएँ, लुभावनी भाषा के साथ आक्रोश से भरी तीखी सामाजिक दृष्टि भी है ! गाँव के जीवन का नया धरातल इस संग्रह का प्राण है ! यहाँ जीवन की वास्तविकता के साथ उसमें परिवर्तन की आकांक्षा साथ-साथ है